सोमवार, 19 सितंबर 2016

हार्ट अटेक




दोस्तो अमेरिका की बड़ी बड़ी कंपनिया जो दवाइया भारत मे बेच रही है ! वो अमेरिका मे 20 -20 साल से बंद है ! आपको जो अमेरिका की सबसे खतरनाक दवा दी जा रही है ! वो आज कल दिल के रोगी (heart patient) को सबसे दी जा रही है !! भगवान न करे कि आपको कभी जिंदगी मे heart attack आए !लेकिन अगर आ गया तो आप जाएँगे डाक्टर के पास !

और आपको मालूम ही है एक angioplasty आपरेशन आपका होता है ! angioplasty आपरेशन मे डाक्टर दिल की नली मे एक spring डालते हैं ! उसको stent कहते हैं ! और ये stent अमेरिका से आता है और इसका cost of production सिर्फ 3 डालर का है ! और यहाँ लाकर वो 3 से 5 लाख रुपए मे बेचते है और ऐसे लूटते हैं आपको !

और एक बार attack मे एक stent डालेंगे ! दूसरी बार दूसरा डालेंगे ! डाक्टर को commission है इसलिए वे बार बार कहता हैं angioplasty करवाओ angioplasty करवाओ !! इस लिए कभी मत करवाए !

तो फिर आप बोलेंगे हम क्या करे ????!

आप इसका आयुर्वेदिक इलाज करे बहुत बहुत ही सरल है ! पहले आप एक बात जान ली जिये ! angioplasty आपरेशन कभी किसी का सफल नहीं होता !! क्यूंकि डाक्टर जो spring दिल की नली मे डालता है !! वो spring बिलकुल pen के spring की तरह होता है ! और कुछ दिन बाद उस spring की दोनों side आगे और पीछे फिर blockage जमा होनी शुरू हो जाएगी ! और फिर दूसरा attack आता है ! और डाक्टर आपको फिर कहता है ! angioplasty आपरेशन करवाओ ! और इस तरह आपके लाखो रूपये लूटता है और आपकी ज़िंदगी इसी मे निकाल जाती है ! ! !

अब पढ़िये इसका आयुर्वेदिक इलाज !!
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हमारे देश भारत मे 3000 साल एक बहुत बड़े ऋषि हुये थे उनका नाम था महाऋषि वागवट जी !!
उन्होने एक पुस्तक लिखी थी जिसका नाम है अष्टांग हृदयम!! और इस पुस्तक मे उन्होने ने बीमारियो को ठीक करने के लिए 7000 सूत्र लिखे थे ! ये उनमे से ही एक सूत्र है !!

वागवट जी लिखते है कि कभी भी हरद्य को घात हो रहा है ! मतलब दिल की नलियो मे blockage होना शुरू हो रहा है ! तो इसका मतलब है कि रकत (blood) मे acidity(अमलता ) बढ़ी हुई है !

अमलता आप समझते है ! जिसको अँग्रेजी मे कहते है acidity !!

अमलता दो तरह की होती है !
एक होती है पेट कि अमलता ! और एक होती है रक्त (blood) की अमलता !!
आपके पेट मे अमलता जब बढ़ती है ! तो आप कहेंगे पेट मे जलन सी हो रही है !! खट्टी खट्टी डकार आ रही है ! मुंह से पानी निकाल रहा है ! और अगर ये अमलता (acidity)और बढ़ जाये ! तो hyperacidity होगी ! और यही पेट की अमलता बढ़ते-बढ़ते जब रक्त मे आती है तो रक्त अमलता(blood acidity) होती !!

और जब blood मे acidity बढ़ती है तो ये अमलीय रकत (blood) दिल की नलियो मे से निकल नहीं पाता ! और नलिया मे blockage कर देता है ! तभी heart attack होता है !! इसके बिना heart attack नहीं होता !! और ये आयुर्वेद का सबसे बढ़ा सच है जिसको कोई डाक्टर आपको बताता नहीं ! क्यूंकि इसका इलाज सबसे सरल है !!

इलाज क्या है ??
वागबट जी लिखते है कि जब रकत (blood) मे अमलता (acidty) बढ़ गई है ! तो आप ऐसी चीजों का उपयोग करो जो छारीय है !

आप जानते है दो तरह की चीजे होती है !

अमलीय और छारीय !!
(acid and alkaline )

अब अमल और छार को मिला दो तो क्या होता है ! ?????
((acid and alkaline को मिला दो तो क्या होता है )?????

neutral होता है सब जानते है !!
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तो वागबट जी लिखते है ! कि रक्त कि अमलता बढ़ी हुई है तो छारीय(alkaline) चीजे खाओ ! तो रकत की अमलता (acidity) neutral हो जाएगी !!! और रक्त मे अमलता neutral हो गई ! तो heart attack की जिंदगी मे कभी संभावना ही नहीं !! ये है सारी कहानी !!

अब आप पूछोगे जी ऐसे कौन सी चीजे है जो छारीय है और हम खाये ?????

आपके रसोई घर मे सुबह से शाम तक ऐसी बहुत सी चीजे है जो छारीय है ! जिनहे आप खाये तो कभी heart attack न आए ! और अगर आ गया है ! तो दुबारा न आए !!
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सबसे ज्यादा आपके घर मे छारीय चीज है वह है लोकी !! जिसे दुदी भी कहते है !! english मे इसे कहते है bottle gourd !!! जिसे आप सब्जी के रूप मे खाते है ! इससे ज्यादा कोई छारीय चीज ही नहीं है ! तो आप रोज लोकी का रस निकाल-निकाल कर पियो !! या कच्ची लोकी खायो !!

स्वामी रामदेव जी को आपने कई बार कहते सुना होगा लोकी का जूस पीयों- लोकी का जूस पीयों !
3 लाख से ज्यादा लोगो को उन्होने ठीक कर दिया लोकी का जूस पिला पिला कर !! और उसमे हजारो डाक्टर है ! जिनको खुद heart attack होने वाला था !! वो वहाँ जाते है लोकी का रस पी पी कर आते है !! 3 महीने 4 महीने लोकी का रस पीकर वापिस आते है आकर फिर clinic पर बैठ जाते है !

वो बताते नहीं हम कहाँ गए थे ! वो कहते है हम न्योर्क गए थे हम जर्मनी गए थे आपरेशन करवाने ! वो राम देव जी के यहाँ गए थे ! और 3 महीने लोकी का रस पीकर आए है ! आकर फिर clinic मे आपरेशन करने लग गए है ! और वो इतने हरामखोर है आपको नहीं बताते कि आप भी लोकी का रस पियो !!

तो मित्रो जो ये रामदेव जी बताते है वे भी वागवट जी के आधार पर ही बताते है !! वागवतट जी कहते है रकत की अमलता कम करने की सबे ज्यादा ताकत लोकी मे ही है ! तो आप लोकी के रस का सेवन करे !!

कितना करे ?????????
रोज 200 से 300 मिलीग्राम पियो !!

कब पिये ??

सुबह खाली पेट (toilet जाने के बाद ) पी सकते है !!
या नाश्ते के आधे घंटे के बाद पी सकते है !!
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इस लोकी के रस को आप और ज्यादा छारीय बना सकते है ! इसमे 7 से 10 पत्ते के तुलसी के डाल लो
तुलसी बहुत छारीय है !! इसके साथ आप पुदीने से 7 से 10 पत्ते मिला सकते है ! पुदीना बहुत छारीय है ! इसके साथ आप काला नमक या सेंधा नमक जरूर डाले ! ये भी बहुत छारीय है !!
लेकिन याद रखे नमक काला या सेंधा ही डाले ! वो दूसरा आयोडीन युक्त नमक कभी न डाले !! ये आओडीन युक्त नमक अम्लीय है !!!!

तो मित्रो आप इस लोकी के जूस का सेवन जरूर करे !! 2 से 3 महीने आपकी सारी heart की blockage ठीक कर देगा !! 21 वे दिन ही आपको बहुत ज्यादा असर दिखना शुरू हो जाएगा !!!
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कोई आपरेशन की आपको जरूरत नहीं पड़ेगी !! घर मे ही हमारे भारत के आयुर्वेद से इसका इलाज हो जाएगा !! और आपका अनमोल शरीर और लाखो रुपए आपरेशन के बच जाएँगे !!


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आपने पूरी post पढ़ी आपका बहुत बहुत धन्यवाद !



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बच्चों का सही पालन-पोषण

बच्चों का सही पालन-पोषण

बच्चे के जन्म लेने से बच्चे के तीन महीने तक होने तक- बच्चे के जन्म लेने के बाद जितनी जल्दी हो सके बच्चे को मां का दूध पिलाना चाहिए। बच्चे को मां का पहला दूध (कोलोस्ट्रम) पीने से जीवन जीने की शक्ति मिलती है और मां के दूध में पाये जाने वाले तत्त्व पौष्टिकता देने के साथ-साथ बच्चे को कई रोगों और रोग को फैलने से बचाते हैं। बच्चे को पहले दिन से ही दो-तीन घंटे के बाद ही दूध पिला देना चाहिए। जब बच्चा रोने लगे तब उसको मां का दूध पिलाना सबसे अच्छा आहार है। तीन महीने तक के बच्चे को जब तक वह मां का दूध पीता है, उस समय बच्चे को पानी पीने की जरूरत नहीं पड़ती है। मां का दूध ही बच्चे के पूरे भोजन का काम करता है। फिर भी उस समय पानी पिलाने में कोई नुकसान नहीं है। शुरुआत में दो-तीन महीने बच्चा दूध पीकर अगर उल्टी कर देता है तो इसमें घबराने की कोई बात नहीं है। जब तक बच्चा मां का दूध पीता है तब तक दूध को हजम करने के लिए बच्चे को किसी घुट्टी या प्राइपवाटर की जरूरत नहीं है। जब तक बच्चा मां का दूध पीए, तब तक मां को चाहिए कि वह खाना खाने के बाद पानी न पीए, बल्कि बच्चे को दूध पिलाने से 15 मिनट पहले थोड़ा सा पानी पी लें, इसके बाद ही बच्चे को स्तनपान (अपना दूध पिलायें) करायें। ऐसा करने से बच्चे को उल्टी-दस्त नहीं होते हैं। मां को सदा खुश होकर और हर दो से तीन घंटे के अंतर पर बच्चे को दूध पिलाना चाहिए। गुस्से या दिमागी परेशानी में बच्चे को स्तनपान नहीं कराना चाहिए। नहाने के बाद या सिर धोने के तुरंत बाद भी दूध नहीं पिलाना चाहिए। दूध पिलाने के बाद बच्चे को अपने कंधे से लगाकर गोद में लें और धीरे-धीरे उसकी पीठ पर थपकी दें। इससे बच्चे के पेट की हवा डकार के रूप में बाहर निकल जायेगी और बच्चा अपने आपको हल्का महसूस करेगा और अपच (भोजन न पचना) से भी बचा रहेगा। बच्चे को नौवें महीने तक मां अपना दूध पिला सकती है। कमजोर बच्चों को मां का दूध एक साल तक पिलाया जा सकता है।


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क्या आप जोडों के दर्दों से परेशान हैं ?


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एक प्रयास, एक सोंच..! दर्दमुक्त समाज की जोर.! कुछ ही दिनों में +ve RESULT *AMAZING BUT TRUE, HERBAL PAIN RELIEVER*

क्या आप इन दर्दो से परेशान हैं.?
Are you suffering from Pain..?
1.     चिकनगुनियां से उतपन्न दर्द
2.     जोड़ो का दर्द JOINT PAIN
3.     हड्डियों का दर्द BONE PAIN
4.     कमर का दर्द BACK ACHE
5.     शरीर में दर्द BODY ACH
6.     सर्वाइकल CERVICAL
7.     कन्धे का दर्द SHOULDER PAIN
8.     अकड़न STIFFNESS
9.     बाजू का दर्द PAIN IN HANDS
10. पीठ का दर्द WAIST PAIN
11. रीढ़ की हड्डी का दर्द PAIN IN SPINAL CHORD
12. कूल्हे व् जांघ का दर्द HIP & THIGH PAIN
13. नसों का दर्द
14. NERVE OR NEUROLOGICAL PAIN
15. टांगों का दर्द LEG PAIN
16. पिंडलियों का दर्द CALF PAIN
17. पांव एड़ी का दर्द FEET & TOES PAIN
18. नसों की अकड़न NEURO STIFFNESS
19. मांसपेशियों का दर्द MUSCULAR PAIN
20. माइग्रेन MIGRAINE
21. कैसी भी थकान एवम् कमजोरी
22. ANY KIND OF TIREDNESS & WEAKNESS
23. सर्वाइकल CERVICAL

100% जड़ी बूटियों से निर्मित हमारा योग उपर्लिखित समस्याओं में अत्यंत कारगर हैं।
      प्रयोग....दिन में दो बार सादे या गर्म पानी से या संपर्क करके ले  

परहेज
1- दूध, दही, पनीर, घी, मक्खन व कोई भी डेयरी उत्पाद।
2- कोई भी तेल, घी, रिफाइन्ड के बने हुऐ आहार।
3- कोई भी विस्कुट, साँस, जैम, ब्रेड व डिब्बा बन्द भोजन।
4- मीट, मछली, अँडा सहित कोई भी जन्तु व जानवर उत्पाद।
5- सभी प्रकार के फूड सप्लीमेन्ट, पाउडर, केप्सूल, टैबलेट, डिब्बा बन्द आहार।
6- फास्ट फूड, जंक फूड, चाईनिज फूड, बेकरी फूड, आदि बन्द करने हैं।
7- सभी मधपेय (शराब, रम, बियर, विस्की, कोल्डडिंक, डिब्बे वाले जूस ।
8- चीनी से बने सभी उत्पाद।
सामान्य सुझाव
1 - रोगी को भोजन धीरे धीरे खाना चाहिए। खाने मे जो समय लगाते हो उससे 3-4 गुना ज्यादा    समय लगाना चाहिए। कम से कम 30 मिनट का समय लगना चाहिए। तथा प्रतिदिन एक      ही समय पर भोजन करना हैं। समय 15 मिनट से ज्यादा आगे पिछे न हो।
2 -  30 से 60 मिनट तक उगते सूर्य की धूप मे कम कपड़े पहनकर बैठे या वाँक करें। एवं 30     मिनट जागिंग, व्यायाम, योग, प्राणायाम, करें या कोई गेम्स (बैडमिंटन, क्रिकेट, फुटबॉल, या     तैरना) जरूर आदि करें।
 3 - रात का खाना 9 बजे तक खाना हैं। फल व सब्जियां मौसम के अनुसार बदल सकते हैं।       मात्रा आपकी  क्षमता पर निर्भर करती हैं। पेट को 1/4 पानी के लिए खाली रखना हैं। ओर     खाने के साथ पानी नही पीना हैं। 30 मिनट बाद पानी पीये। ओर दिन मे 12-20 गिलास       पानी  पीना हैं।
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शनिवार, 17 सितंबर 2016

पेप्सी और कोका कोला

राजीव दीक्षित जी कि कलम से ! पेप्सी और कोका कोला

भारत मे जो सबसे ज्यादा विदेशी कंपनिया काम कर रही हैं वो अमेरिका से आई है ! उनमे से एक नाम है pepsi cola दूसरी का नाम है cocacola ! जिसको हम coke pepsi भी कह देते है !, भारत मे बिकने वाले सॉफ्ट ड्रिंक क्षेत्र में अमेरिका की दो कंपनियों का एकाधिकार है,!
1990-91 में दोनों कंपनियों का संयुक्त रूप से जो विदेशी पूंजी निवेश था भारत में, उसे सुन कर आश्चर्य करेंगे आप, दोनों ने मिलकर लगभग 10 करोड़ की पूंजी लगाई थी भारत में, कुल जमा 10 करोड़ रुपया (डौलर नहीं) | अर्थशास्त्र की भाषा में इसको Initial Paid-up Capital कहते हैं | मतलब शुरुवाती पूंजी ! वो केवल 10 करोड़ कि है !
इन दोनों कंपनियों के कुल मिलाकर 64 कारखाने हैं पुरे भारत में ! और मैं जब उन कारखानों में घुमा और इनके अधिकारियों से बात कर के जानकारी लेने की कोशिश की !, क्योंकि इनके वेबसाइट पर इनके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं होती है, इन कंपनियों ने भारत के शेयर बाजार में भी अपनी लिस्टिंग नहीं कराई है, इनका रजिस्ट्रेशन नहीं है हमारे यहाँ के शेयर मार्केट में | बॉम्बे स्टोक एक्सचेंज (BSE) या NSE में जिन कंपनियों की लिस्टिंग नहीं होती उनके बारे में पता करना या उनके आंकड़े मिलना एकदम असंभव होता है | listing होती तो SEBI (security exchange board of INDIA) से सारी जानकारी मिल जाती

इन कंपनियों के एक बोतल पेय की लागत मात्र 70 पैसे होती है, आप कहेंगे कि मुझे कैसे मालूम ? भारत सरकार का एक विभाग है जिसका नाम है BICP, ब्यूरो ऑफ़ इंडस्ट्रियल कास्ट एंड प्राईसेस, यही वो विभाग है जिसे भारत में उत्पन्न होने वाले हर औद्योगिक उत्पादन की लागत पता होती है, वहीं से मुझे ये जानकारी मिली थी | आप हैरान हो जायेंगे ये जानकर कि 70 पैसे का जो ये लागत है इनका वो एक्साइज ड्यूटी देने के बाद की है, यानि एक्स-फैक्ट्री कीमत है ये | अगर एक बोतल 10 रुपया में बिक रहा है तो लगभग 1500% का लाभ ये कंपनी एक बोतल पर कमा रही है 1500%!

और जब पेप्सी और कोका कोला के 64 कारखानों में होने वाले एक वर्ष के कुल उत्पादन के बारे में पता किया तो पता चला कि ये दोनों कंपनियाँ एक वर्ष में 700 करोड़ बोतल तैयार कर के भारत के बाजार में बेंच देती हैं | और कम से कम 10 रूपये में एक बोतल वो बेचती हैं तो आप जोडिये कि हमारे देश का 7000 करोड़ रुपया लूटकर वो भारत से ले जाती हैं | और इस 7000 करोड़ रूपये की लुट होती है
एक ऐसे पानी को बेच कर जिसमे जहर ही जहर है, एक पैसे की न्यूट्रीशनल वैल्यू नहीं है इसमे |

भारत के कई वैज्ञानिकों ने पेप्सी और कोका कोला पर रिसर्च करके बताया कि इसमें मिलाते क्या हैं। यदि पेप्सी और कोका कोला वालों से पूछिये तो वो बताते नहीं हैं, कहते हैं कि ये फॉर्मूला टॉप सेक्रेट है, ये बताया नहीं जा सकता, लेकिन आज के युग में कोई भी सेक्रेट को सेक्रेट बना के नहीं रखा जा सकता, तो उन्होंने अध्ययन कर के बताया कि इसमें मिलाते क्या हैं, तो वैज्ञानिको का कहना है इसमे कुल 21 तरह के जहरीले कैमिकल मिलाये जाते हैं।

कुछ नाम बताता हूँ। इसमें पहला जहर जो मिला होता है - सोडियम मोनो ग्लूटामेट, और वैज्ञानिक कहते हैं कि ये कैंसर करने वाला रसायन है। फिर दूसरा जहर है - पोटैसियम सोरबेट - ये भी कैंसर करने वाला है। तीसरा जहर है - ब्रोमिनेटेड वेजिटेबल ऑइल (BVO) - ये भी कैंसर करता है। चोथा जहर है - मिथाइल बेन्जीन - ये किडनी को खराब करता है। पाँचवा जहर है - सोडियम बेन्जोईट - ये मूत्र नली का, लीवर का कैंसर करता है। फिर इसमें सबसे खराब जहर है एंडोसल्फान - ये कीड़े मारने के लिये खेतों में डाला जाता है। ऐसे करते करते इस में कुल 21 तरह के जहर मिलये जाते हैं।

ये 21 तरह के जहर तो एक तरफ है और हमारे देश के पढ़े लिखे लोगो के दिमाग का हाल देखिये - बचपन से उन्हे किताबों मे पढ़ाया जाता है। कि मनुष्य को प्राण वायु आक्सीजन अंदर लेनी चाहिऐ और कार्बन डाईऑक्साइड बाहर निकलनी चाहिये ये जानने के बावजूद भी गट गट कर उसे पी रहे हैं। और पीते ही एक दम नाक मे जलन होती और वो सीधा दिमाग तक जाती है। और फिर दूसरा घूट भरते है गट गट गट......

और हमारा दिमाग इतना गुलाम हो गया है ! आज हम किसी बिना Coke, Pepsi के जहर के किसी भी शादी विवाह पार्टी के बारे मे सोचते भी नही। कार्बन डाईऑक्साइड - जो कि बहुत जहरीली गैस है और जिसको कभी भी शरीर के अन्दर नहीं ले जाना चाहिये। और इसीलिये इन कोल्ड ड्रिंक्स को (कार्बोनेटेड वाटर) कहा जाता है। और इन्ही जहरों से भरे पेय का प्रचार भारत के क्रिकेटर और अभिनेता, अभिनेत्री करते हैं पैसे के लालच में, उन्हें देश और देशवाशियों से प्यार होता तो। ऐसा कभी नहीं करते। पहले अमीर खान ये जहर बिकवाता था अब उसका भांजा बिकवाता है। अमिताभ बच्चन, शरूखान, रितिक रोशन लगभग सबने इस कंपनी का जहर भारत मे बिकवाया है। क्यूंकि इनके लिये देश से बड़ा पैसा है।

पूरी क्रिकेट टीम इस दोनों कंपनियो ने खरीद रखी है। और हमारी क्रिकेट टीम की कप्तान धोनी जब नये नये आये थे। तब मीडिया मे ऐसी खबरे आती थी, रोज 2 लीटर दूध पीते हैं धोनी। ये दूध पीकर धोनी बनने वाला धोनी आज पूरे भारत को पेप्सी का जहर बेच रहा है, और एक बात ध्यान दे जब भी क्रिकेट मैच की दौरान water break होती है तब इनमे से कोई खिलाड़ी pepsi coke क्यूँ नहीं पीता ????? क्यूँ कि ये सब जानते है ये जहर है। इन्हे बस ये देश वासियो को पिलाना है।

ज्यादातर लोगों से पूछिये कि आप ये सब क्यों पीते हैं ? तो कहते हैं कि ये बहुत अच्छी क्वालिटी का है अब पूछिये कि अच्छी क्वालिटी का क्यों है तो कहते हैं कि अमेरिका का है और ये उत्तर पढ़े-लिखे लोगों के होते हैं।

तो ऐसे लोगों को ये जानकारी दे दूँ कि अमेरिका की एक संस्था है FDA (Food and Drug Administration)  और भारत में भी  ऐसी ही एक संस्था है, उन दोनों के दस्तावेजों के आधार पर मैं बता रहा हूँ कि, अमेरिका में जो पेप्सी और कोका कोला बिकता है और भारत में जो पेप्सी-कोक बिक रहा है, तो भारत में बिकने वाला पेप्सी-कोक, अमेरिका में बिकने वाले पेप्सी-कोक से 40 गुना ज्यादा जहरीला होता है, सुना आपने ? 40 गुना, मैं प्रतिशत की बात नहीं कर रहा हूँ। और हमारे शरीर की एक क्षमता होती है जहर को बाहर निकालने की, और उस क्षमता से 400 गुना ज्यादा जहरीला है, भारत में बिकने वाला पेप्सी और कोक तो सोचिये। बेचारी आपकी किडनी का क्या हाल होता होगा। जहर को बाहर निकालने के लिये, ये है पेप्सी-कोक की क्वालिटी, और वैज्ञानिकों का कहना है कि जो ये पेप्सी-कोक पियेगा उनको कैंसर, डाईबिटिज, ओस्टियोपोरोसिस, ओस्टोपिनिया, मोटापा, दाँत गलने जैसी 48 बीमारियाँ होगी।

पेप्सी-कोक के बारे में आपको एक और जानकारी देता हूँ - स्वामी रामदेव जी इसे टॉयलेट क्लीनर कहते हैं, आपने सुना होगा (ठंडा मतलब टाइलेट कालीनर ) तो वो कोई इसको मजाक में नहीं कहते या उपहास में नहीं कहते हैं, देश के पढ़े लिखे मूर्ख लोग समझते है कि ये बात किसी ने ऐसे ही बना दी है। इसके पीछे तथ्य है, ध्यान से पढ़े। इसके पीछे तथ्य है, ध्यान से पढ़ेतथ्य ये कि टॉयलेट क्लीनर harpic और पेप्सी-कोक की Ph value एक ही हैमैं आपको सरल भाषा में समझाने का प्रयास करता हूँ।  Ph एक इकाई होती है जो acid की मात्रा बताने का काम करती हैऔर उसे मापने के लिए Ph मीटर होता है शुद्ध पानी का Ph सामान्यतः 7 होता है ! और (7 Ph) को सारी दुनिया में सामान्य माना जाता है, और जब पानी में आप हाईड्रोक्लोरिक एसिड या सल्फ्यूरिक एसिड या फिर नाइट्रिक एसिड या कोई भी एसिड मिलायेंगे तो Ph का वैल्यू 6 हो जायेगा, और ज्यादा एसिड मिलायेंगे तो ये मात्रा 5 हो जाएगी, और ज्यादा मिलायेंगे तो ये मात्रा 4 हो जाएगी, ऐसे ही करते-करते जितना acid आप मिलाते जाएंगे ये मात्रा कम होती जाती है | जब पेप्सी-कोक के एसिड का जाँच किया गया तो पता चला कि वो 2.4 है और जो टॉयलेट क्लीनर होता है उसका Ph और पेप्सी-कोक का Ph एक ही है, 2.4 का मतलब इतना ख़राब जहर कि आप टॉयलेट में डालेंगे तो ये झकाझक सफ़ेद हो जायेगा | इस्तेमाल कर के देखिएगा |
और हम लोगो का हाल ये है ! घर मे मेहमान को आती ये जहर उसके आगे करते है !

दोस्तो हमारी महान भारतीय संस्कृति मे कहा गया है ! अतिथि देवो भव ! मेहमान
भगवान का रूप है ! और आप उसे टॉइलेट साफ पीला रहे हैं !!

अंत मे राजीव भाई कहते हैं ! कि देश का युवा वर्ग सबसे ज्यादा इस जहर को पीता है। और नपुंसकता कि बीमारी सबसे ज्यादा ये जहर पीकर हो रही है ! और कहीं न कहीं मुझे लगता है ! ये pepsi, coke पूरे देश व पूरी जवान पीढ़ी को खत्म कर देगा ! इस लिये हम सबको मिलकर स्कूलों कालेजो मे जा जा कर बच्चो को समझना चाहिये ! राजीव भाई जा कहना है ! आप बस स्कूल कालेजो मे जाते ही उनके सामने इस pepsi,coke से वहाँ का टाइलेट साफ कर के दिखा दी जीये ! एक मिनट में ही वो मान जा।येगे !

और बच्चे अगर मान गये तो उनके घर वाले खुद पर खुद मान जा।येगे ! वो एक कहावत हैं न son is a father of father  ! बच्चा बाप का बाप होता है ! तो बच्चो को समझाये ! बच्चे ये जहर छोड़े बड़े छोड़े और इस दोनों अमेरीकन कंपनियो को अपने देश भगाये ! जैसे हमने east india company को भगाया था !!


वन्देमातरम !!!!!!!!!!